Month: September 2016

Bharat Ka Sawal Hanuman Ne Puchha

Bharat Ka Sawal Hanuman Ne Puchha  – हनुमानजी के द्वारा भरतजी का प्रश्न और श्री रामजी का उपदेश Bharat Ka Sawal Hanuman Ne Puchha  वे प्रभु के श्रीमुख की वाणी सुनना चाहते हैं, जिसे सुनकर सारे भ्रमों का नाश हो जाता है। अंतरयामी प्रभु सब जान गए और पूछने लगे- कहो हनुमान्‌ क्या बात है? …

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Sankadik Agaman Aur Sanvad

Sankadik Agaman Aur Sanvad – सनकादिका आगमन और संवाद Sankadik Agaman Aur Sanvad एक बार भाइयों सहित श्री रामचंद्रजी परम प्रिय हनुमान्‌जी को साथ लेकर सुंदर उपवन देखने गए। वहाँ के सब वृक्ष फूले हुए और नए पत्तों से युक्त थे। सुअवसर जानकर सनकादि मुनि आए, जो तेज के पुंज, सुंदर गुण और शील से …

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Ayodhya Jee Kee Ramaniyata

Ayodhya Jee Kee Ramaniyata – अयोध्याजी की रमणीयता Ayodhya Jee Kee Ramaniyata जो (बौद्धिक) ज्ञान, वाणी और इंद्रियों से परे और अजन्मा है तथा माया, मन और गुणों के परे है, वही सच्चिदानन्दघन भगवान श्रेष्ठ नरलीला करते हैं। प्रातःकाल सरयूजी में स्नान करके ब्राह्मणों और सज्जनों के साथ सभा में बैठते हैं। वशिष्ठजी वेद और …

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Ramrajya

Ramrajya – रामराज्य Ramrajya Ramrajya रामराज्य’ में दैहिक, दैविक और भौतिक ताप किसी को नहीं व्यापते। सब मनुष्य परस्पर प्रेम करते हैं और वेदों में बताई हुई नीति (मर्यादा) में तत्पर रहकर अपने-अपने धर्म का पालन करते हैं। धर्म अपने चारों चरणों (सत्य, शौच, दया और दान) से जगत में परिपूर्ण हो रहा है, स्वप्न …

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Vanaro Aur Nishad ki Vidai

Vanaro Aur Nishad ki Vidai – वानरों और निषाद की विदाई Vanaro Aur Nishad ki Vidai वानर सब ब्रह्मानंद में मग्न हैं। प्रभु के चरणों में सबका प्रेम है। उन्होंने दिन जाते जाने ही नहीं और (बात की बात में) छह महीने बीत गए। उन लोगों को अपने घर भूल ही गए। उन्हें स्वप्न में …

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Shri Ram Ka Shiv Shankar Dwara Stuti

Shri Ram Ka Shiv Shankar Dwara Stuti – शिवस्तुति Shri Ram Ka Shiv Shankar Dwara Stuti तब शिवजी वहाँ आए जहाँ श्री रघुवीर थे और गद्‍गद्‍ वाणी से स्तुति करने लगे। उनका शरीर पुलकावली से पूर्ण हो गया। हे राम हे रमारमण (लक्ष्मीकांत) हे जन्म-मरण के संताप का नाश करने वाले आपकी जय हो, आवागमन …

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Shri Ram Ka Vedo Dwara Stuti

Shri Ram Ka Vedo Dwara Stuti – वेदस्तुति Shri Ram Ka Vedo Dwara Stuti सब देवता अलग-अलग स्तुति करके अपने-अपने लोक को चले गए। तब भाटों का रूप धारण करके चारों वेद वहाँ आए जहाँ श्री रामजी थे। कृपानिधान सर्वज्ञ प्रभु ने (उन्हें पहचानकर) उनका बहुत ही आदर किया। इसका भेद किसी ने कुछ भी …

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Shri Ram Rajyabhishek

Shri Ram Rajyabhishek – राम राज्याभिषेक Shri Ram Rajyabhishek अवधपुरी बहुत ही सुंदर सजाई गई। देवताओं ने पुष्पों की वर्षा की झड़ी लगा दी। श्री रामचंद्रजी ने सेवकों को बुलाकर कहा कि तुम लोग जाकर पहले मेरे सखाओं को स्नान।भगवान्‌ के वचन सुनते ही सेवक जहाँ-तहाँ दौड़े और तुरंत ही उन्होंने सुग्रीवादि को स्नान कराया। …

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Shri Ram Jee Ka Swagat

 Shri Ram Jee Ka Swagat – श्री रामजी का स्वागत Shri Ram Jee Ka Swagat कृपा सागर भगवान श्री रामचंद्रजी ने सब लोगों को आते देखा, तो प्रभु ने विमान को नगर के समीप उतरने की प्रेरणा की। तब वह पृथ्वी पर उतरा। विमान से उतरकर प्रभु ने पुष्पक विमान से कहा कि तुम अब …

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Ayodhya Me Anand

Ayodhya Me Anand – अयोध्या में आनंद Ayodhya Me Anand इधर भरतजी भी हर्षित होकर अयोध्यापुरी में आए और उन्होंने गुरुजी को सब समाचार सुनाया फिर राजमहल में खबर जनाई कि श्री रघुनाथजी कुशलपूर्वक नगर को आ रहे हैं। खबर सुनते ही सब माताएँ उठ दौड़ीं। भरतजी ने प्रभु की कुशल कहकर सबको समझाया। नगर …

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