Month: August 2016

Sita Jee Ka Agni Pariksha

Sita Jee Ka Agni Pariksha – सीताजी का आगमन और अग्नि परीक्षा Sita Jee Ka Agni Pariksha सूर्य कुलभूषण श्री रामजी ने संदेश सुनकर युवराज अंगद और विभीषण को बुला लिया और कहा- पवनपुत्र हनुमान के साथ जाओ और जानकी को आदर के साथ ले आओ। वे सब तुरंत ही वहाँ गए, जहाँ सीताजी थीं। …

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Hanuman Jee Aur Sita Sanvad

Hanuman Jee Aur Sita Sanvad – हनुमान्‌जी का सीताजी को कुशल सुनाना Hanuman Jee Aur Sita Sanvad फिर प्रभु ने हनुमान्‌जी को बुला लिया। भगवान्‌ ने कहा- तुम लंका जाओ। जानकी को सब समाचार सुनाओ और उसका कुशल समाचार लेकर तुम चले आओ। तब हनुमानजी नगर में आए। यह सुनकर राक्षस-राक्षसी उनके सत्कार के लिए …

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Vibhishan Ka Rajyabhishek

Vibhishan Ka Rajyabhishek – रावण की अन्त्येष्टि क्रिया, विभीषण का राज्याभिषेक Vibhishan Ka Rajyabhishek अपने घर की सब स्त्रियों को रोती हुई देखकर विभीषणजी के मन में बड़ा भारी दुःख हुआ और वे उनके पास गए। उन्होंने भाई की दशा देखकर दुःख किया। तब प्रभु श्री रामजी ने छोटे भाई को आज्ञा दी कि जाकर …

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Mandodari Vilap

Mandodari Vilap – मन्दोदरी विलाप Mandodari Vilap पति के सिर देखते ही मंदोदरी व्याकुल और मूर्च्छित होकर धरती पर गिर पड़ी। स्त्रियाँ रोती हुई दौड़ीं और उस मंदोदरी को उठाकर रावण के पास आईं। पति की दशा देखकर वे पुकार-पुकारकर रोने लगीं। उनके बाल खुल गए, देह की संभाल नहीं रही। वे अनेकों प्रकार से छाती …

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Ravan Vadh

Ravan Vadh- रावण वध Ravan Vadh आधी रात को रावण मूर्च्छा से जागा और अपने सारथी पर रुष्ट होकर कहने लगा- अरे मूर्ख तूने मुझे रणभूमि से अलग कर दिया। अरे अधम अरे मंदबुद्धि तुझे धिक्कार है, धिक्कार है। सारथि ने चरण पकड़कर रावण को बहुत प्रकार से समझाया। सबेरा होते ही वह रथ पर …

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TRIJATA SITA SANVAD

TRIJATA SITA SANVAD – त्रिजटा–सीता संवाद TRIJATA SITA SANVAD उसी रात त्रिजटा ने सीताजी के पास जाकर उन्हें सब कथा कह सुनाई। शत्रु के सिर और भुजाओं की बढ़ती का संवाद सुनकर सीताजी के हृदय में बड़ा भय हुआ।  उनका मुख उदास हो गया, मन में चिंता उत्पन्न हो गई। तब सीताजी त्रिजटा से बोलीं- …

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RAMAYAN RAM RAVAN YUDH

RAMAYAN RAM RAVAN YUDH  – घोरयुद्ध, रावण की मूर्च्छा RAMAYAN RAM RAVAN YUDH RAMAYAN RAM RAVAN YUDH देवता हाहाकार करते हुए भागे। रावण ने कहा-दुष्टों मेरे आगे से कहाँ जा सकोगे? देवताओं को व्याकुल देखकर अंगद दौड़े और उछलकर रावण का पैर पकड़कर उन्होंने उसको पृथ्वी पर गिरा दिया। RAMAYAN RAM RAVAN YUDH गहि भूमि पार्‌यो …

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JAB SHRI RAM KO RAVAN KA SHAKTI BAN LAGA

रावण का विभीषण पर शक्ति छोड़ना, रामजी का शक्ति को अपने ऊपर लेना, विभीषण-रावण युद्ध JAB SHRI RAM KO RAVAN KA SHAKTI BAN LAGA JAB SHRI RAM KO RAVAN KA SHAKTI BAN LAGA फिर रावण ने क्रोधित होकर प्रचण्ड शक्ति छोड़ी। वह विभीषण के सामने ऐसी चली जैसे काल (यमराज) का दण्ड । अत्यंत भयानक …

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रावण यज्ञ विध्वंस, राम-रावण युद्ध

रावण यज्ञ विध्वंस, राम-रावण युद्ध RAMAYAN RAM RAVAN YUDH RAMAYAN RAM RAVAN YUDH RAMAYAN RAM RAVAN YUDH वहाँ (लंका में) रावण मूर्छा से जागकर कुछ यज्ञ करने लगा। वह मूर्ख और अत्यंत अज्ञानी हठवश श्री रघुनाथजी से विरोध करके विजय चाहता है। यहाँ विभीषणजी ने सब खबर पाई और तुरंत जाकर श्री रघुनाथजी को कह …

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लक्ष्मण-रावण युद्ध

लक्ष्मण-रावण युद्ध RAMAYAN LAXMAN RAVAN YUDH RAMAYAN LAXMAN RAVAN YUDH RAMAYAN LAXMAN RAVAN YUDHअपनी सेना को व्याकुल देखकर कमर में तरकस कसकर और हाथ में धनुष लेकर श्री रघुनाथजी के चरणों पर मस्तक नवाकर लक्ष्मणजी क्रोधित होकर चले। (लक्ष्मणजी ने पास जाकर कहा- अरे दुष्ट वानर भालुओं को क्या मार रहा है? मुझे देख, मैं …

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