Month: July 2016

रावण का युद्ध के लिए प्रस्थान

RAMAYAN SHRI RAM RAVAN YUDH PRARAMBH रावण का युद्ध के लिए प्रस्थान जो जीवों के द्रोह में रत है, मोह के बस हो रहा है, रामविमुख है और कामासक्त है, उसको क्या कभी स्वप्न में भी सम्पत्ति, शुभ शकुन और चित्त की शांति हो सकती है? राक्षसों की अपार सेना चली। चतुरंगिणी सेना की बहुत …

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श्री राम और मेघनाथ युद्ध, नागपाश लगना और मेघनाथ वध

RAMAYAN NAGPASH श्री राम और मेघनाथ युद्ध और नागपाश लगना RAMAYAN NAGPASH मेघनाद उसी मायामय रथ पर चढ़कर आकाश में चला गया और अट्टहास करके गरजा, जिससे वानरों की सेना में भय छा गया। वह शक्ति, शूल, तलवार, कृपाण आदि अस्त्र, शास्त्र एवं वज्र आदि बहुत से आयुध चलाने तथा फरसे, परिघ, पत्थर आदि डालने …

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रावण का कुम्भकर्ण को जगाना और कुम्भकर्ण युद्ध और उसकी परमगति

रावण का कुम्भकर्ण को जगाना और कुम्भकर्ण युद्ध और उसकी परमगति  RAMAYAN KUMBHAKARAN  RAMAYAN KUMBHAKARANयह समाचार जब रावण ने सुना, तब उसने अत्यंत विषाद से बार-बार सिर पीटा। वह व्याकुल होकर कुंभकर्ण के पास गया और बहुत से उपाय करके उसने उसको जगाया। कुंभकर्ण उठ बैठा वह कैसा दिखाई देता है मानो स्वयं काल ही शरीर …

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लक्ष्मण जी का संजीवनी बूटी से ठीक होना

RAMAYAN LAKSHMAN JI SANJIVANI BUTI लक्ष्मण का संजीवनी बूटी से ठीक होना RAMAYAN LAKSHMAN JI SANJIVANI BUTI वहाँ लक्ष्मणजी को देखकर श्री रामजी साधारण मनुष्यों के अनुसार वचन बोले- आधी रात बीत चुकी है, हनुमान नहीं आए। यह कहकर श्री रामजी ने छोटे भाई लक्ष्मणजी को उठाकर हृदय से लगा लिया। और बोले- हे भाई तुम मुझे …

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SHRI RAM

SHRI RAM  SHRI RAM श्री राम        श्री राम (रामचन्द्र), प्राचीन भारत में अवतरित, भगवान थे। हिन्दू धर्म में, राम, विष्णु के १० अवतारों में से सातवें हैं। राम का जीवनकाल एवं पराक्रम, महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित, संस्कृत महाकाव्य रामायण के रूप में लिखा गया है| उन पर तुलसीदास ने भी भक्ति काव्य श्री …

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भरतजी के बाण से हनुमान का मूर्च्छित होना

RAMAYAN HANUMAN BHARAT BAN RAMAYAN HANUMAN BHARAT BAN भरतजी के बाण से हनुमान का मूर्च्छित होना RAMAYAN HANUMAN BHARAT BAN भरतजी ने आकाश में अत्यंत विशाल स्वरूप देखा, तब मन में अनुमान किया कि यह कोई राक्षस है। उन्होंने कान तक धनुष को खींचकर बिना फल का एक बाण मारा। बाण लगते ही हनुमान जी …

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हनुमानजी का संजीवनी के लिए जाना

RAMAYAN HANUMAN JEE SANJIVANI RAMAYAN HANUMAN JEE SANJIVANI  हनुमानजी का संजीवनी के लिए जाना RAMAYAN HANUMAN JEE SANJIVANI जाम्बवान ने कहा- लंका में सुषेण वैद्य रहता है, उसे लाने के लिए किसको भेजा जाए? हनुमान्जी छोटा रूप धरकर गए और सुषेण को उसके घर समेत तुरंत ही उठा लाए। सुषेण ने आकर श्री रामजी के चरणारविन्दों …

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लक्ष्मण और मेघनाथ युद्ध और लक्ष्मण को शक्ति बाण लगना

LAXMAN AUR MEGHNATH YUDH AUR LAXMAN KO SHAKTIBAN LAGNA RAMAYAN LAKSHMAN SHAKTIBAN लक्ष्मण और मेघनाथ युद्ध और लक्ष्मण को शक्ति बाण लगना RAMAYAN LAKSHMAN SHAKTIBAN  कुछ मारे गए, कुछ घायल हुए, कुछ भागकर गढ़ पर चढ़ गए। अपने बल से शत्रुदल को विचलित करके रीछ और वानर (वीर) गरज रहे हैं।  रात हुई जानकर वानरों की चारों …

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अंगद-राम संवाद, श्री रामजी और रावण युद्ध

SHRI RAM AUR RAVAN YUDH SHRI RAM AUR RAVAN YUDH अंगद-राम संवाद, और युद्ध SHRI RAM AUR RAVAN YUDH यहाँ सुबेल पर्वत पर श्री रामजी ने अंगद को बुलाया। उन्होंने आकर चरणकमलों में सिर नवाया। बड़े आदर से उन्हें पास बैठाकर खर के शत्रु कृपालु श्री रामजी हँसकर । हे बालि के पुत्र मुझे बड़ा …

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RAVAN

RAVAN रावण RAVAN रावण रामायण का एक केंद्रीय प्रतिचरित्र है। रावण लंका का राजा था। वह अपने दस सिरों के कारण भी जाना जाता था, जिसके कारण उसका नाम दशानन (दश = दस + आनन = मुख) भी था। किसी भी कृति के लिये नायक के साथ ही सशक्त खलनायक का होना अति आवश्यक है। …

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