Month: April 2016

श्री राम और देव मुनी नारद संवाद – SHREE RAM AUR NARAD SANVAD

श्री राम और देव मुनी नारद संवाद SHREE RAM AUR NARAD SANVAD SHREE RAM AUR NARAD SANVAD भगवान को विरहयुक्त देखकर नारदजी के मन में विशेष रूप से सोच आया। (उन्होंने विचार किया कि) मेरे ही शाप को स्वीकार करके श्री रामजी नाना प्रकार के दुःखों का भार सह रहे हैं , ऐसे प्रभु को …

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शबरी – SHABARI

शबरी – SHABARI SHABARI श्री राम सीता की खोज करते हुए बढे आगे रस्ते में जाते हुए वे शबरी के आश्रम में जा पहुंचे , शबरी जी ने श्री राम चन्द्र जी घर में आते देखा तो , उन्हें मुनि मतंग जी का कहा हुआ बात याद आया। शबरी जी तुरंत दोनों भाइयो के पैरो …

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SITA HARAN – सीता हरण

सीता हरण – SITA HARAN SITA HARAN जब रावण उस वन के पास पहुंचा जहां श्री राम रहते थे तो मारीच ने अपना भेष बदलकर एक स्वर्ण मृग बन आया जो दिखने में बहूत सुन्दर था।  सीता ने जब उसको देखा तो उन्होंने श्री राम से उस मृग को मारकर उसकी चाल  लाने की जिद किया …

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PANCHAVATI ME SHRI RAM AUR SURPNAKHA – पंचवटी में श्री राम और सूर्पनखा

पंचवटी में श्री राम और सूर्पनखा PANCHAVATI ME SHRI RAM AUR SURPNAKHA PANCHAVATI ME SHRI RAM AUR SURPNAKHA भगवन श्री राम तुरंत ही पंचवटी पहुंच गए वह उनको गृध्राज जटायु मिला उसके साथ पर्णकुटी बना कर श्री राम रहने लगे जब से श्री राम जी ने वह निवास किया तब से सब सुखी हो गए, …

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श्री राम और ऋषि सुतिक्ष्ण – SHRI RAM AUR RISHI SUTIKSHNA

श्री राम और ऋषि सुतिक्ष्ण – SHRI RAM AUR RISHI SUTIKSHNA SHRI RAM AUR RISHI SUTIKSHNA मुनि अगस्त्य जी के एक शिष्य का  नाम  सुतिक्ष्ण था वे बहुत ही ज्ञानी थे, भगवान राम के परम सेवक थे, वे कभी किसी और भगवान के बारे में कभी सोचते भी नहीं थे, उन्होंने ज्यो ही सूना प्रभु श्री …

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